पहले पूरा इसे साफ कर जो खून में खुद्दारी है
मुझे पकड़ में आ गया तेरी यही बड़ी बीमारी है
आंखें गड़ाके देख ले ५ रुपये है तेरे अकाउंट में
क्या खुद्दारी छोड़ने को ये बात भी नहीं भारी है
तू कहता है कि हर जगह दलाली चल रहा है
मैं तुम्हें फिर पूछता हूँ तुम्हारी क्या तैयारी है
तेरे ५ रुपये वाले खाते में मेरी बात नोट कर ले
जिसे तू दल्ले कहता है उसकी सोने की सवारी है
कलम घसीटना है तो घसीटते रहो भैया जी
मेरे पैसे बस लौटा देना तुमने लिया जो उधारी है
बहुत कड़वे तज़ुर्बों के बाद बता रहा हूँ ये बात
तू चाहे तो कह सकता है अनमोल जानकारी है
कुछ शब्द तो साले शब्दकोश में ही अच्छे हैं
उनमें से दो कठिन शब्द सच्चाई और ईमानदारी है
इन कठिन शब्दों से कोसों दूरियां बना लो तुम
अगर जरा भी तुम्हें अपनी जिंदगी प्यारी है
आजकल बड़े ही पूजनीय हो गए हैं कुछ शब्द
जिनमें चमचागिरी, स्वार्थ, दलाली और गद्दारी है
भिखमंगे ही रहना है या आगे भी बढ़ना है तुम्हें
धन बटोरना भी साहब गजब की कलाकारी है
मैं रायचंद का भतीजा बस राय देते फिरता हूं
मेरा ज्ञान-ध्यान, कागज-कलम सब सरकारी है
ये आज मेरे मुंह से जितने भी शब्द फूटे हैं
कुछ समेट भी लो बे सब जनहित में जारी है
- कंचन ज्वाला कुंदन
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