समंदर किनारे जाकर वोट बटोर रहे हो कचरा सेठ
तुम्हारे सभी ढकोसलों से हम वाकिफ़ हैं ढचरा सेठ
भले ही भोली जनता को बना लो कितना भी बेवकूफ़
मगर हम तुम्हारे झांसे में नहीं आएंगे कभी नखरा सेठ
बड़ी सेवाओं के निजीकरण से जेब भर दो अंबानी का
अरे बड़े ही शातिर हैं हमारे गुजरात के ये गजरा सेठ
होली में रंग उड़ा लो, दिवाली में दीप जला लो मोदीजी
वोट बैंक के गणित में बकरीद भी मना लो बकरा सेठ
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