लॉकडाउन, गोबर और गांडू नेतागिरी... सुबह की शुरुआत अश्लील वीडियो से, याद रखें- इस क्रूर समय में सरलता और सभ्यता का ढोंग चुतियापा है...
साथियों आज एक बार फिर अपनी सुबह की शुरुआत करते हैं एक राहतभरी अश्लील गाली-गलौज से सराबोर वीडियो से. कड़वा सच यही है आप सरल और सभ्य बने रहे तो गांडू बन जाओगे मेरी तरह. साथियों जितना हो सके टेढ़ा बनो. सीधे पेड़ पर सबकी निगाह होती है. जल्दी काट लिए जाओगे. आज का समय सरलता का नहीं क्रूरता का. जो आदमी ईमानदारी, सच्चाई का पाठ पढ़ाना चाहे सबके पहले उसकी ही गांड़ मार दो. मैं भी सरल था. कुछ कुटिल लोगों ने मुझे भी कुटिल और कड़वा बनने पर मजबूर कर दिया है. जानते हो मेरी सबसे बड़ी गलती क्या है. मेरी सबसे बड़ी गलती है इस गांडू देश में पैदा होना. इस गांडू देश में जात-पात के नाम पर झगड़े हैं. यहाँ लोग कम केकड़ा ज्यादा रहते हैं. जंगलराज है भोसड़ी का यहाँ. नेताओं के नाम पर जानवरों की फ़ौज है संसदों में. और मैं क्या हूँ बताऊँ. मैं हूँ गांडू देश का गांडू आदमी.
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