अकेले रहने का यहाँ कोई मतलब नहीं
चलो भीड़ में रहो तुम भी भेड़-सा
क्रूरता का समय है तो टेढ़े बनो खूब
वरना काट दिए जाओगे सीधे पेड़-सा
बता रहा हूँ बात मैं सोलह आने सच
30की उमर में मेरे तजुर्बे हैं अधेड़-सा
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