कहे कुंदन कविराय
गुरुवार, 5 सितंबर 2024
इधर मैं, आज भी उलझा हूँ उसकी यादों में
सुना हूँ, उसका मामला सुलझ चुका है पूरा
इधर मैं, आज भी उलझा हूँ उसकी यादों में
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