ढह गया मोहब्बत का मकान
यादों का बस मलबा रह गया है
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जिस्मानी मोहब्बत को जारी रखने
हमारे दरमियाँ आड़े आया पैसा ही
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उसे मतलब था मेरे पैसों से
मुझे मतलब था बस जिस्म से
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जिस्मानी यादें क्या याद नहीं होतीं
कहती हो तुम्हें तो प्यार ही नहीं था
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