गुरुवार, 5 सितंबर 2024

अपने गोल के एकॉर्डिंग रोल चाहिए

अपने गोल के एकॉर्डिंग रोल चाहिए

अपने रोल के एकॉर्डिंग गोल चाहिए

जीतना है बाजी तो जंग-ए-मैदान आओ
जीत की कीमत चुकाने कुछ मोल चाहिए

समंदर का सफर है तो जहाज तलाशो
उडऩा है तो उडऩ खटोल चाहिए

अपने-अपने फील्ड में यूनिक बनना होगा
जिसे भी सक्सेस अनमोल चाहिए

उलझे हैं सब बुतरु, पीपर पात के तुतरु में
और चाहत है बड़ा-सा ढोल चाहिए

-कंचन ज्वाला 'कुंदन' छत्तीसगढ़, रायपुर

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