अरे अपना ही कदम पहले से बढ़ाके
इनकी माँ-बहन एक करो वियाग्रा खाके
तबीयत से तुम भी मालिश कर दो इनकी
चिकने फर्श पर कांच के टुकड़े बिछाके
मैं असभ्य था असभ्य हूं और रहूंगा भी
मर्यादा सिखाना तेरे भाई-बहन को जाके
अपने जेब में ही रख तू संस्कार की बातें
'राम रहीम' बनाना अपने बच्चों को पढ़ाके
हमें सिखा रहे हैं ये सभ्यता का पाठ
जो कंडोम भी खरीदते हैं फ्लेवर बताके
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें