कहे कुंदन कविराय
रविवार, 14 अक्टूबर 2018
तुम जो सोचोगे
तुम जो सोचोगे
करोगे...
तुम जो करोगे
बनोगे...
अगर आग में कूदोगे
मरोगे...
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