प्रतिकूल परिस्थिति
नापती है स्थिति
जो पार हो ना पाये
वो होते वहां इति
चलती कब से आ रही
यहीं एक रीति
बढ़ने वाले गगन चुमते
सबसे सुंदर नीति
-कंचन ज्वाला कुंदन
नापती है स्थिति
जो पार हो ना पाये
वो होते वहां इति
चलती कब से आ रही
यहीं एक रीति
बढ़ने वाले गगन चुमते
सबसे सुंदर नीति
-कंचन ज्वाला कुंदन
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