माँ-बाबूजी क्या करते हैं?
इस सवाल का सामना
बार-बार हो जाता है
मैं हर जगह जवाब
अलग-अलग देता हूँ
क्योंकि मैं खुद असमंजस में हूँ
कि आखिर पिताजी क्या करते हैं
सवाल के वक्त
जवाब चाहे मैंने
कुछ भी दिया हो
मगर इस सवाल का
जेहन में जवाब
बस एक ही गूंजता है
पिताजी क्या करते हैं
दारू पीते हैं जुआ खेलते हैं
माँ को मारते हैं माँ को पीटते हैं
माँ क्या करती है...?
नौकरानी-सी काम करती है
जुल्म सहती है
30/07/013
इस सवाल का सामना
बार-बार हो जाता है
मैं हर जगह जवाब
अलग-अलग देता हूँ
क्योंकि मैं खुद असमंजस में हूँ
कि आखिर पिताजी क्या करते हैं
सवाल के वक्त
जवाब चाहे मैंने
कुछ भी दिया हो
मगर इस सवाल का
जेहन में जवाब
बस एक ही गूंजता है
पिताजी क्या करते हैं
दारू पीते हैं जुआ खेलते हैं
माँ को मारते हैं माँ को पीटते हैं
माँ क्या करती है...?
नौकरानी-सी काम करती है
जुल्म सहती है
30/07/013
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