मेरे सपने
होंगे अपने
धीरे-धीरे...
मेरे ख्वाब
होंगे नायाब
धीरे-धीरे...
हर एक अरमान
पायेगा पहचान
धीरे-धीरे...
- कंचन ज्वाला कुंदन
होंगे अपने
धीरे-धीरे...
मेरे ख्वाब
होंगे नायाब
धीरे-धीरे...
हर एक अरमान
पायेगा पहचान
धीरे-धीरे...
- कंचन ज्वाला कुंदन
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