इच्छाएं उबलती है मेरे मन में
ईश्वर को मेरा नमन
क्यों करूँ उपेक्षा उनकी
इसे क्यों करूँ शमन
हे प्रभो! इसे पूरा कर
होने से पहले दमन
-कंचन ज्वाला कुंदन
ईश्वर को मेरा नमन
क्यों करूँ उपेक्षा उनकी
इसे क्यों करूँ शमन
हे प्रभो! इसे पूरा कर
होने से पहले दमन
-कंचन ज्वाला कुंदन
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