लक्ष्य के काबिल है जरूरी हम अपना स्वभाव करें
बाहर बदलना है तो पहले अंदर ही बदलाव करें
ये सोच लो जो बनना है वो बन चुके हो अभी से
चलो आज से वैसा ही हम अपना हाव-भाव करें
सफलता में जो बाधा है बहा दें उन विचारों को
लक्ष्य के खातिर जो मुकम्मल उन विचारों का जमाव करें
चलने से पहले सोच लें भले ही सौ बार मगर
फिर अपने बढ़ते कदम को हरगिज नहीं ठहराव करें
बुरी आदतों पर जरूरी है कोई सर्जिकल स्ट्राइक
समय-समय पर आगजनी घड़ी-घड़ी पथराव करें
- कंचन ज्वाला कुंदन