सोमवार, 7 अक्टूबर 2024

नंगा नाचते हुए भी सोच लेते हैं संस्कृति पढ़ाएंगे


नंगे लोगों की मंसूबा है कि नई नदी बनाएंगे

ऐसी खास नदी जिसमें कपड़ा पहन नहाएंगे


नीति नियम कायदे कानून सिर्फ हमारे लिए

ये लोग हर बात की पहले धज्जियां उड़ाएंगे


कैसे जी लेते हैं इतना दोगला बनकर ये लोग

ज़ख्म देंगे खुद और खुद ही मलहम लगाएंगे


कहां से उतरते हैं ऐसे नेक इरादे इनके मन में

नंगा नाचते हुए भी सोच लेते हैं संस्कृति पढ़ाएंगे


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