बिस्तर पे जो बाला है
वो पूरी मधुशाला है
मदमाती यौवन ने मुझको
आगोश में ले डाला है
ऐसा चिपका होंठ चुंबन से
जड़ गया जुबां पे ताला है
खड़ा हो गया खलनायक अब
कुछ कांड करने वाला है
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