सलामत रहे सबका सहवास
बिन सहवास है सब बकवास
जो तरसा है उससे पूछो
विरह वेदना का एहसास
क्षण भर सुख के सेक्स में
चलना पड़ता मील पचास
सुख लघु और दीर्घ प्रयास
फिर भी सबका यही अरदास
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