कैसे मिटाऊं मैं चिंतित था
कामना के कुहासा को
प्यार से कोई प्यार परोस दे
कोई समझे प्रेम अभिलाषा को
एक दिन मुझसे ऐसे मिली वो
दरिया मिल गया प्यासा को
जिस्म की भाषा जिस्म ही जाने
जवाब मिल गया जिज्ञासा को
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