रविवार, 15 दिसंबर 2024

मुट्ठल बना दिया

तुम्हारी इतनी दूरियों ने मुझे

मुट्ठल बना दिया 


अब जूठा चाटता हूँ इधर-उधर 

जुट्ठल बना दिया 


आम चूसकर फेंक दो जैसे 

गुट्ठल बना दिया 


याद में तड़पूं और बताऊँ भी न 

झुट्ठल बना दिया 

टांग उठाना आता है उसे



इतना ही बस काफ़ी है कि 

टांग उठाना आता है उसे 


इससे ज्यादा क्या चाहिए 

चूत चुदाना आता है उसे 


और मैं भी इतना सांड़ा हूँ

लंड घुसाना आता है मुझे 


लव डिमांड भी पूरा है अब 

प्यार जताना आता है मुझे 

यार तुझे बहुत मिस करता हूँ


याद आता है यूँ टांग उठाना 

यार तुझे बहुत मिस करता हूँ 


ये दिन कट जाता है जैसे-तैसे 

क्या कहूँ कैसे निस करता हूँ 


कैसे भूल जाऊं चुंबन बौछार 

दो-चार नहीं दस-बीस करता हूँ


मैं जानता हूँ और तुझे पता है 

कहाँ-कहाँ पर किस करता हूँ

मुझे मिल गई लड़की लौड़ी


ऊपर वाला बनाता है जोड़ी 

और हम बना लेते हैं घोड़ी 


शादी केवल सेक्स के लिए 

शरम भी नहीं आती थोड़ी 


शादी की भारी चूल मची है 

अपने हाथों ही माथा फोड़ी 


चाहता था सपनों की रानी 

मुझे मिल गई लड़की लौड़ी 

पंडित करेंगे कुंडली मिलान



लिंग के वास्ते चूत से मतलब 

शादी के पहले चूत पर ध्यान 


कि जात-पात से मतलब नहीं 

हवस के लिए योनि अरमान 


शादी के लिए जाँच-परखकर 

पंडित करेंगे कुंडली मिलान 


शादी के लिए जात-धरम का 

बनाया हमने गजब विधान

तुम्हें पसंद है सनी लियोनी


तुम्हें पसंद है सनी लियोनी 

या क्रिकेटर एमएस धोनी 


जारी रखो तुम बल्लेबाजी 

डटकर खेलो पिच है योनि 


सेक्सी पार्टनर मिल जाए तो 

यौन रस है सुखद सलोनी 


योग्य वधु न मिल पाए तो 

हो जाता है बड़ा अनहोनी 

पीछा नहीं छोड़ता अतीत का भूत



पीछा नहीं छोड़ता अतीत का भूत 

कितना भी चोदूं इसकी माँ की चूत 


कि खून के आंसू रुलाता है मुझको 

अरे सुनता ही नहीं कोई ईश्वर दूत 


टोने-टोटके जाने कर लिए कितने

कि पीकर देख लिया चील का मूत 


अब एक ही सहारा सांस चलने का 

यूँ मिलता ही रहे बस सेक्स भभूत 

लड़की पटती है नल्ले से



शादी के पहले ख़ूब अय्याशी 

लड़की पटती है नल्ले से 


करती रहती टाइम पास भी 

कई आवारा निठल्ले से 


कभी-कभी तो सेक्स प्रैक्टिस 

छपरी टाइप झल्ले से 


और शादी करेगी सोच-समझके 

लालाजी के लल्ले से 

चल रहा जमाना डेटिंग एप



चलो तुम भी डेट करो अब 

चल रहा जमाना डेटिंग एप 


सब कुछ हो गया ऑनलाइन 

करो डाउनलोड सेटिंग एप 


करो तुम भी सेट किसी को 

कोई तो फंसेगी चैटिंग एप 


या चाहिए एकदम डायरेक्ट 

है उसके लिए भी बुकिंग एप 

सीताफल दो पके हुए



देखने की बड़ी तमन्ना है 

दुपट्टे से जो ढंके हुए 


दिखा दो न इक बार प्रिये 

सीताफल दो पके हुए 


अपने प्रिय की प्यास बुझाओ 

क्या लटके रहेंगे रखे हुए 


कि चंगा होकर लौट चलूँगा 

मैं आया दूर से थके हुए 

ये योनि है कि ब्लैक होल



सौ रहस्यों से भरा हुआ है 

ये योनि है कि ब्लैक होल 


इधर है मेरे पास भी मौजूद 

एक जादुई इलेक्ट्रिक पोल 


कि घुसने को बेताब है लिंग 

काले सुरंग का रास्ता खोल 


जब दोनों मिलेंगे तब जाकर 

ये धरती घूमेगी गोल-मटोल 

छेद में डालो अपना पाइप



छेद में डालो अपना पाइप

यही सार है सबकी लाइफ


अभी मजा लो जीएफ का

शादी के बाद होगी वाइफ 


क्रिएट न करो इतना हाइप

धार कर लो अपना नाइफ


यूं बैठे मत रहो टैबू टाइप

झींगालाला कर लो लाइफ

चार इंच का छोटा लुल्ली



मिर्ची जैसा लौड़ा लुल्ली

होना मंगता खड़ा लुल्ली


चुदाई करोगे या खुदाई

क्या करोगे बड़ा लुल्ली


संतुष्टि के लिए काफी है

चार इंच का छोटा लुल्ली


नहीं चाहिए आयरन मैन 

नहीं चाहिए लोहा लुल्ली

सीख लो सेक्स व्याकरण



जॉब भी करो नौ से पांच

चाटते भी रहो बॉस चरण 


कहीं तो रहो चैन से थोड़ा

बनाओ सेक्स वातावरण


जीएफ के साथ चिकचिक

छोड़ो भी ऐसे दुराचरण


इतना भी कठिन नहीं है

सीख लो सेक्स व्याकरण

ये हैवी ड्यूटी कड़क माल


ये हैवी ड्यूटी कड़क माल

हां, यहीं गलेगी मेरी दाल 


लूँ चूत मजा चटखारे लेकर 

करूं चोदके गाड़ भी लाल


चूत का हूं चुतिया आशिक

समझा कर बे लौड़े के बाल


मेरी वाली पे नजर मत डाल

वरना खींच लूंगा तेरी खाल

चांस मिले तो बेस्ट करो



चांस को यूं न वेस्ट करो

चांस मिले तो बेस्ट करो


दम लो सेक्स के बाद ही

गेम बजाकर रेस्ट करो 


चांस मजा बड़ा अनोखा

बायचांस कभी टेस्ट करो


जब बोर हो गए पुराने से 

आओ चलो लेटेस्ट करो 

न गुण तुझमें कोई रति के



न तुझमें गुण है बीवी के

न मुझमें गुण है पति के


उल्टा ही धारा बह रहा है

ये विपरीत नियम गति के


मुझमें नहीं कोई कामदेव

न गुण तुझमें कोई रति के


मुझमें नहीं कोई सत्यवान

न बात तुझमें कोई सती के

कहती है कि आज नहीं



मांगते रहता हूं मैं अक्सर

कहती है कि आज नहीं


क्या किया जा सकता है

नहीं का कोई इलाज नहीं


मैं मांगें जारी रखता हूं यूं

मांगने से आता बाज नहीं


एक बार मिलने के बाद

कभी न कहेगी आज नहीं 

शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024

खा सकता था कच्चा मांस



बिना प्रेम के पा सकता था 

खा सकता था कच्चा मांस 


भूख मिटती पर प्यास नहीं 

खो दिए मैंने कितने चांस 


ऐसा सेक्स नहीं करना था 

जिसमें न हो कोई रोमांस 


मिल जाए मिज़ाज अगर तो

मन भी करेगा डिस्को डांस 

हॉर्स बन जाओ अश्वगंधा खाकर



हॉर्स बन जाओ अश्वगंधा खाकर

घोड़े की तरह करो हिनहिनाकर 


हकीम कहते हैं उत्तेजना बढ़ेगा 

कुछ शिलाजीत भी रखो लाकर


शायद फिर जवान हो जाओगे 

अधेड़ उमर में लड़की पटाकर 


बकचोदी की कुछ हद होती है 

दावा कर रहे हैं कसमें खाकर 

लाचार होकर यूँ लौड़े जैसा



दवा लेकर सेक्स मजा लो 

ब्लू फिल्म के जोड़े जैसा 


झटका दो सटाक-सटाक 

बिजली तार के कोड़े जैसा 


बढ़ा-चढ़ाकर फर्जी बातें 

हमारी हालत निगोड़े जैसा 


हम फंस जाते हैं चक्कर में 

लाचार होकर यूँ लौड़े जैसा

लिंग बनाओ हथौड़े जैसा


बाबा-हकीम डरा रहे हैं 

मुंह बनाकर लौड़े जैसा 


चुतिया बना रहे हैं सारे 

लिंग बनाओ हथौड़े जैसा 


बह जाएगा लिंग मवाद 

फट जाओगे फोड़े जैसा 


एक बार देखो दवा लेकर 

रातभर चोदोगे घोड़े जैसा 

लगातार बढ़ रहा सेक्स व्यापार



कठघरे में है मर्दानगी सबकी 

यकीन नहीं तो पर्चा पढ़ लो 


यूँ खुद पर कुछ संदेह हो तो 

बाबा-हकीम से चर्चा कर लो 


बिजनेस का तो यही नियम है 

आओ थोड़ा-सा खर्चा कर लो 


लगातार बढ़ रहा सेक्स व्यापार 

चाहो तो गुप्त परिचर्चा कर लो 

सताया इन्हीं ख्यालों ने



वशीकरण का विज्ञापन दिया है 

'चिनिया बादाम' वालों ने


लिंग बढ़ाने दुकान खोल लिया 

'टायर पंक्चर' वालों ने


कहीं मेरा तो नहीं छोटा लुल्ली 

सताया इन्हीं ख्यालों ने 


भ्रम फैलाकर लूट लिया सबको 

कुत्ते कमीने सालों ने

छोटे लुल्ली वालों ने



जगह-जगह पोस्टर चिपकाया 

किन लौड़े के बालों ने 


लिंग नहीं बढ़ता मालिश से 

झूठ बोला है सालों ने 


भ्रम फैलाया है मर्दानगी पर 

बाजार के जंजालों ने 


बड़ा लिंग का बिजनेस बढ़ाया 

छोटे लुल्ली वालों ने 

नहीं चाहिए कच्ची रोटी



कोरा प्यार कच्चा आटा 

नहीं चाहिए कच्ची रोटी 


कि सेक्स भी जरूरी है 

अब चाहिए पक्की पुदी 


फोरप्ले के बाद खाऊंगा 

कि तवा में सेंककर रोटी 


आदिमानव नहीं रहा मैं 

यूँ पकाकर चाहिए पुदी 

पेट को चाहिए रोटी



आग बुझाने भूख की 

पेट को चाहिए रोटी 


प्यास बुझाने जिस्म की 

लिंग को चाहिए पुदी 


हाँ, नंगा सच तो यही है 

बहुत कड़वी है जिंदगी 


बुरा लगे तो दफ़ा हो जा

बांधकर अपनी लंगोटी 

जो उदय हुआ अवसान बनेगा



बनते जाओगे और भी ज्ञानी 

कि जितना तू अज्ञान बनेगा 


यूँ ठहरे रहे तो सड़ जाओगे 

कि बढ़ते रहे तो शान बनेगा 


यूँ करीब होती जाएगी मंजिल 

जब सफ़र बिंदु प्रस्थान बनेगा 


ये बात भी ध्यान में रखना तुम 

जो उदय हुआ अवसान बनेगा 

ये सेक्स कैसे सुल्तान बनेगा



कि सेक्स को लेकर मेरी चिंता 

ये सेक्स कैसे सुल्तान बनेगा 


फल-फूल रहा जिस्मानी धंधा

ये स्वीकृत कैसे दुकान बनेगा


प्यार ने किया पहचान कायम 

सेक्स का कैसे पहचान बनेगा 


ये यौन दमन यूँ जारी रहा तो 

ये सेक्स बवंडर तूफान बनेगा 

ये सेक्स कैसे सम्मान बनेगा



कैसे तोड़ोगे दानव दस्तूर 

किसान बेटा किसान बनेगा 


इस जाति प्रधान देश में 

ये खेती कैसे प्रधान बनेगा 


यहाँ हर आदमी संस्कारी है 

ये सेक्स कैसे सम्मान बनेगा 


तुम भी बढ़ा लो पैसा पॉवर 

तू भी आला-कमान बनेगा 

कहाँ नया संविधान बनेगा



शाश्वत लिख गए टैगोर जी 

कैसे नया राष्ट्रगान बनेगा 


बाबा साहेब बना चुके हैं

कहाँ नया संविधान बनेगा


जात-धरम के दम पर ही 

चुनाव में वो कप्तान बनेगा 


कुर्सी संभालेगा मंत्री बेटा 

कि वही मंत्री महान बनेगा 

हिन्दू-मुस्लिम राष्ट्रीय खेल



ना ही नया पुराण बनेगा 

ना ही नया कुरान बनेगा 


हिन्दू-मुस्लिम राष्ट्रीय खेल 

झगड़ा राष्ट्रीय शान बनेगा 


बिरादरी में कर गुजर-बसर 

बड़ा आया इंसान बनेगा 


ये तस्वीर है मेरे भारत की 

कैसे नया हिंदुस्तान बनेगा 

गुरुवार, 12 दिसंबर 2024

आओ मेरी ले लो न



लड़की बोली पेलो न 

मेरे बूब्स से खेलो न 


तेरे लिंग की भूखी हूँ 

आओ मेरी ले लो न 


लंड घुसाओ चूत में 

जोर से धकेलो न 


ऊ आह करने लगी 

मैंने कहा झेलो न 

मुकम्मल होगी शायरी



जब शब्द आलिंगन करेंगे 

तभी बनेगी शायरी 


ऐसे तो तुकबंदी करके 

भर लोगे पूरी डायरी 


शब्दों का सहवास हो जाए 

मुकम्मल होगी शायरी 


हाथ मिलाने शब्द रिवायत 

केवल भरेगा डायरी 

आसमां नीचे ऊपर जमीं हो जाए



जिस्म शांत हो जाए यूँ इस तरह 

कि मिलने के बाद डमी हो जाए 


मिज़ाज भी मिले तो मजा दोगुना 

कि सेक्स बेहद लाज़िमी हो जाए 


कड़वाहट दूर करो दाम्पत्य से 

इससे पहले ग़लतफ़हमी हो जाए


करो इस तरह सेक्स प्रयोग कि 

आसमां नीचे ऊपर जमीं हो जाए 

कि नींबू जब मौसमी हो जाए



कि घेर लेगा कोई नई बीमारी 

सेक्स की जब कमी हो जाए 


चूत से ज्यादा मजा है बूब्स में 

कि नींबू जब मौसमी हो जाए 


खाने से पहले खेलो जमकर 

घुसाओ लंड जब नमी हो जाए 


मैं न रहे मैं और तुम न रहे तुम 

हमबिस्तर होते ही हमीं हो जाए 

सोशल मीडिया मतलब पोर्न हब



सोशल मीडिया मतलब पोर्न हब 

सेक्स परोस रहे हैं खुलकर सब 


लबालब भर गए सेक्स कुंठा से 

कि कर नहीं पाए एक्सप्रेस जब 


बंदर के हाथों उस्तरा मिल गया 

कि आया मुश्किल से मौका अब 


सेक्स वल्गर है या सोच वल्गर है 

इन दोनों में द्वंद्व ख़त्म होगा कब 

नया आजमाए हो कभी



दो लड़की से एक साथ 

इश्क लड़ाए हो कभी 


हो दोनों ही सगी बहन 

बताओ पटाए हो कभी 


खूबसूरत बला के हाथों 

दो जूती खाए हो कभी 


कि नए तजुर्बे लेने को 

नया आजमाए हो कभी 

कंडोम लेकर ही कोठे जाओ



हेलमेट पहनकर बाइक ड्राइव 

सीट बेल्ट लगाके कार चलाओ 


रखो साथ में अपना लाइसेंस 

वरना ट्रैफिक चालान कटाओ 


कि सेक्स चौराहे पर तैयार रहो 

सिग्नल मिलते ही गाड़ी घुसाओ 


सेक्स में सुरक्षा सबसे अहम है 

कंडोम लेकर ही कोठे जाओ 

कि लिंग ट्रिगर न हो जाए



यूँ न दिखाओ मीठा सपना 

कि कहीं शुगर न हो जाए 


ऐसे न चलाओ नैन-कटार 

कि पार जिगर न हो जाए 


यूँ न दिखाओ मादक अदा 

कि लिंग ट्रिगर न हो जाए 


यूँ न मिलेगा चैन तब तक 

कि सेक्स अगर न हो जाए 

साइकिल छाप से पट जाती है



कभी कार वाले से पटती नहीं 

साइकिल छाप से पट जाती है 


ये दिल न जाने किसपे आ जाए 

बाइक पे बैठ नदी तट जाती है 


कार वाला देखता टुकुर-टुकुर 

कि जलन में गाड़ फट जाती है 


मैं गोरा हूँ और मुझे छोड़कर 

काले भैंसे के साथ सट जाती है 

मुझे बड़े प्यार से नट जाती है



मैं इंतजार करते रह जाता हूँ 

मुझे बड़े प्यार से नट जाती है 


कुछ सेक्स की बात सुनते ही 

यूँ बात घुमाकर कट जाती है 


मेरे सर पे हिरण सिंग है क्या 

मुझे देखकर पीछे हट जाती है 


नहीं मिलूंगी और नहीं आउंगी 

दो बातें ही केवल रट जाती है 

फिर रात में घोड़ी बन जाती है



दिन में दरकता है कुछ रिश्ता 

फिर रात में थोड़ी बन जाती है 


दिन में भले ही चिल्लम-चिल्ली 

फिर रात में घोड़ी बन जाती है 


सारी शादियाँ सेक्स के चलते 

यूँ सबकी जोड़ी बन जाती है 


है इसी बात से कायम संबंध 

कि बात निगोड़ी बन जाती है 

खड़ा हो जाता छोटा लुल्ली



मुझे सब पता है बाबू बुल्ली 

निकालोगे तुम साबुत गुल्ली 


कुछ तो बड़ा कर लोगे तुम 

मुझे भरोसा एकदम फुल्ली 


सेक्सी वीडियो देखके कैसे 

खड़ा हो जाता छोटा लुल्ली 


किताब चाटकर दो परीक्षा 

यूँ चूत चाटकर करते कुल्ली 

बुधवार, 11 दिसंबर 2024

विलुप्त हुई श्रद्धालु बीवी


लॉयल रहे पति फिर भी 

रहेगी मगर शंकालु बीवी 


नजर पड़ोसी तरक्की पर 

रहेगी घोर ईर्ष्यालु बीवी 


जो पति को परमेश्वर माने 

विलुप्त हुई श्रद्धालु बीवी 


रह गई है डायन प्रजाति 

कामचलाऊ चालू बीवी 

शायद मिले कृपालु बीवी


कुछ होती झगड़ालू बीवी 

कुछ होती है आलू बीवी 


कुछ शेरनी जैसी होती है 

कुछ होती है भालू बीवी 


ढूंढने से भी नहीं मिलेगी 

शांति पसंद दयालु बीवी 


पूर्व जन्मों की कृपा से भी

शायद मिले कृपालु बीवी 

बनती आग की भट्ठी औरत


जिस थाली के हम चट्टे-बट्टे 

है वहीं की चट्टी-बट्टी औरत 


कर देगी जीवन मटियामेट 

महज समझो न मट्टी औरत 


बर्बाद करने पे आ जाए तो 

बनती आग की भट्ठी औरत 


बाहर से दिखती भले दुर्बल 

है अंदर से हट्टी-कट्टी औरत 

कहाँ से पढ़ी ये पट्टी औरत


लौड़ा लहसुन करती रहेगी 

कुंदरु करेला बरबट्टी औरत 


कहाँ से होगा जीवन मिठास 

जब साथ रहेगी खट्टी औरत 


जीवन पूरा तबाह कर देगी 

बस एक हरामी टट्टी औरत 


जीवन भर बकचोदी करेगी 

कहाँ से पढ़ी ये पट्टी औरत 

कि देकर वेबसीरीज एब्यूज


सेक्स भी परोस रहे हैं न्यूज़ 

करो भरपूर सेक्स का यूज


या तो चक्कर बढ़ाओ व्यूज 

या मार्केटिंग का एक्सक्यूज़


निकालो अब भड़ास अपना 

कि देकर वेबसीरीज एब्यूज 


कुछ भी बकाया मत छोड़ो 

साला पर्चा भर दो नो ड्यूज

गिद्ध नजरों से कहाँ महफूज़


दिखते हैं बाहर से हरे-भरे 

ये बड़े-बड़े दो लाल तरबूज 


मन बदला है जिसको देख

रंग बदला है देख खरबूज 


कर लो चाहे जितना जतन 

गिद्ध नजरों से कहाँ महफूज़ 


कुछ का खुद ही झांक रहा है 

संभाल नहीं पा रहा ब्लाउज़  

है घी छे करो घपाघप यूज


कि सुंदर-सुंदर सेक्सी व्यूज 

है जीवन जन्नत देखो ह्यूज 


बचो हानिकारक विचार से 

मजबूत रखो दिमागी फ्यूज 


गहराई सेक्स की समझो भी 

सेक्स सरताज पहेली अबूझ 


क्रूर दुनिया का क्रूर नियम 

है घी छे करो घपाघप यूज

सेक्स सफ़र के थ्रिल में


जिस्म से बस चकाचक

है गोबर भरा जाहिल में 


एक अलग हुनर होता है 

कुछ औरत काबिल में 


जीवन तभी सार्थक होगा 

सेक्स सफ़र के थ्रिल में 


मोहब्बत भरा रहेगा जब 

लबालब दरियादिल में 

बस खाली-खाली बिल में


सेक्स मजा तभी देता है 

जब प्यार होता है दिल में 


चूहा घुसकर क्या करेगा 

बस खाली-खाली बिल में 


सुंदरता देख शादी हो गई 

जीवन कटेगा मुश्किल में 


उससे बढ़िया काली औरत 

जब मजा नहीं कातिल में 

दूध की है दुहाई सच

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जानते भी नहीं लुगाई सच


होगा ही केमिकल लोचा 

सेक्स है तरुणाई सच 


मालूम होगा जवानी में 

पलंगतोड़ ठुकाई सच 


त्रियाचरित्र अबूझ पहेली 

छल फरेब चतुराई सच 


क्या जानते हो औरत को 

जानते भी नहीं लुगाई सच 

है सेक्स ही स्थायी सच



खनिज मिले खनन से 

खदान की खुदाई सच 


कौन झुठला सकता है 

पहाड़ की ऊंचाई सच 


कौन थाह पा सकता है 

समुद्र की गहराई सच 


अस्थायी है बाकी बातें 

है सेक्स ही स्थायी सच 

'लेकर रहेंगे आज़ादी'


पैसे के लिए नौकरी 

सेक्स के लिए शादी


गर इतना ही उद्देश्य

तय है तब बर्बादी 


वैसे लंपट दुनिया ये  

है बड़ी हरामज़ादी


चिल्लाते रह जाओगे 

'लेकर रहेंगे आज़ादी'

जब मिल जाए सेक्स पराग

 


जीवन मधु से भर जाएगा 

जब मिल जाए सेक्स पराग 


सेक्स में ही साधना छिपा है 

पता चल जाए सेक्स सुराग 


सेक्स सर्वोत्तम रूप बनेगा 

अंतस से जब हो अनुराग 


सेक्स में डूबो आसक्ति से 

या उससे अच्छा है विराग 

मंगलवार, 10 दिसंबर 2024

इरशाद करती है औरत ही



हम मर जाते अकेलेपन से

तादाद करती है औरत ही


लेडिस फर्स्ट के फेर में हमें

बाद करती है औरत ही 


हम भूल जाते पेड़ लगाकर

खाद करती है औरत ही


औरत पर ही तमाम शायरी 

इरशाद करती है औरत ही

याद करती है औरत ही



मर्द को देती गम औरत ही 

नौशाद करती है औरत ही 


खुद बहाती खून की आंसू 

आह्लाद करती है औरत ही 


खुद रूठकर खुद पहले से 

संवाद करती है औरत ही 


मर्द तो है महा भुलक्कड़ 

याद करती है औरत ही 

उन्माद करती है औरत ही



कभी रहती है चुप्पी साधे 

निनाद करती है औरत ही 


मर्दों को मादक अदा से 

उन्माद करती है औरत ही 


कि मर्द मुरादें पूरी करे पर 

मुराद करती है औरत ही 


अवसाद भी लाती औरत ही 

दिलशाद करती है औरत ही 

औलाद करती है औरत ही



विस्तार का उद्घोष औरत 

शंखनाद करती है औरत ही 


हम तो मात्र निमित्त बनते हैं 

औलाद करती है औरत ही 


हम सिर्फ कमाना जानते हैं 

जायदाद करती है औरत ही 


सब रिश्ते-नाते समेटकर 

जिंदाबाद करती है औरत ही 

फरियाद करती है औरत ही



मर्द रह जाता है मन मसोस

फरियाद करती है औरत ही 


जब मर्द अपाहिज होता है 

इमदाद करती है औरत ही 


घर-घर में घरेलू कलह भी 

ईजाद करती है औरत ही 


सिमटी रहती है खुद में ही 

अंतर्नाद करती है औरत ही 

उस्ताद करती है औरत ही



कि बचकर रहना औरत से 

विवाद करती है औरत ही 


है औरत ही फसाद का जड़ 

फसाद करती है औरत ही 


कमजोर बना सकती है और 

फौलाद करती है औरत ही 


कि कच्चे रह जाते सारे मर्द 

उस्ताद करती है औरत ही 

बर्बाद करती है औरत ही



चयन करने में चुकोगे तो 

बर्बाद करती है औरत ही 


सफल रहा चुनाव अगर तो 

आबाद करती है औरत ही 


कि जीवन मीठा उससे ही 

बेस्वाद करती है औरत ही 


गुलाम बना लेती है औरत 

आजाद करती है औरत ही 

कि घोड़ी बनाके मारो कभी

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स्तन मसलो दोनों हाथ से



तुम बेचैन हो मिलने को 

ना जाने कितनी रात से 


वो भी बेचैन है मिलने को 

ना खेलो यूँ ज़ज्बात से 


लिंग से भरपूर भग भर दो 

स्तन मसलो दोनों हाथ से 


दिन बन जाए उसका भी 

कि आज तुम्हारे साथ से

नाभि के नीचे गेट का



खिलाओ बढ़िया-बढ़िया कुछ 

ख्याल रखो पेट का 


जब लड़की नई पटाए हो तो 

क्या रोना महंगे रेट का 


शानदार होटल में जाना पड़ेगा 

यही दस्तूर है डेट का 


तभी तो मजबूत ताला खुलेगा 

नाभि के नीचे गेट का 

रविवार, 8 दिसंबर 2024

कि सेक्स बरसा दो मूसलाधार



भीग जाए साथी का तन-मन 

कि सेक्स बरसा दो मूसलाधार


सेक्स अनुष्ठान में सबसे पहले 

फोरप्ले का जरूरी मंगलाचार 


सृष्टा का अद्भुत सेक्स सृजन 

कि योनि-लिंग है दिव्य आकार 


निसर्ग नियम में आदमी बौना 

है कुदरत करिश्मा सेक्स प्यार 

मिर्च-मसाला आवश्यकतानुसार



नमक भी डाल दो स्वादानुसार 

मिर्च-मसाला आवश्यकतानुसार


जीवन साग में सेक्स तड़का है 

कि साथी मिल जाए मिलनसार 


चुदाई का कोई मौका मिले तो 

कि शादी का मत करो इंतजार 


सेक्स में हरदम सुरक्षा जरूरी 

फिर चुदाई करो सिलसिलेवार 

सेक्स भी प्यार है आखिरकार



फहरा दो शान से सेक्स ध्वज 

और बन जाओ अलमबरदार 


या कारवां में शामिल हो जाओ

कि बन सकते हो खिदमतगार 


रोक-टोक जाने कब से जारी 

अब खुलके करो प्रचार-प्रसार 


यौन विषय कोई हौव्वा नहीं 

सेक्स भी प्यार है आखिरकार 

विलन हो गया सेक्स किरदार



ये हीरो बन गया दिखावा प्यार 

विलन हो गया सेक्स किरदार 


कि करते-करते सेक्स कहेंगे 

ये वाकई सेक्स है बड़ा बेकार 


कभी नहीं सुधरेंगे चोद्दल लोग 

ये हरामी साले दोगले मक्कार 


इनकी बात सुनो मत बिल्कुल 

ये सेक्स है सबसे सुंदर विचार 

तो दुहते रहो दूध बारम्बार



सेक्स में अहम है दो आधार 

है चूत खुशहाली दूध बहार 


चूत गरम हो तभी घुसाओ 

समझते क्यों नहीं मेरे यार 


लंड काटता चूत का चक्कर 

है चूत बिना चुतिया संसार 


कोई मिल जाए दुधारु गाय 

तो दुहते रहो दूध बारम्बार 

दूध है सेक्स का दूसरा सार



डेयरी फॉर्म का दूध भंडार 

करो दूध से भक्कम प्यार 


दूध दुह लो दोनों हाथ से 

दूध है सेक्स का दूसरा सार 


लंड घुसा दो चूत में फिर से 

तुम भी बहा दो दूध की धार 


कोई मिल जाए दूध नदी तो 

तुम बन जाओ दूधसागर यार 

शुक्रवार, 6 दिसंबर 2024

करके देखो मुख मैथुन



चार चाँद लग जाएगा यूँ 

करके देखो मुख मैथुन 


क्या होता है असली मजा 

क्या होता है सुख मैथुन 


भग भोगोगे भक्ति जैसा 

शांत हो जाएगा भूख मैथुन 


कामकला में निपुण होकर 

करो क्रिया कामुक मैथुन 

और बने रहो प्लेयर नाबाद

 


जीभ पहुंचाएगा चरम तक 

कि चखो कभी सेक्स स्वाद 


असंतुष्टि से भी उपजते हैं 

कि बहुत सारे घरेलू विवाद 


यौन रस घोलो दाम्पत्य में 

मिट जाएगा सेक्स विषाद 


डटे रहो यूँ सेक्स पिच पर 

और बने रहो प्लेयर नाबाद 

सेक्स को जीभ से स्पार्क दो



जीभ दे सकता है जन्नत मजा 

सेक्स को जीभ से स्पार्क दो 


चुंबन से कई सर्कल बन जाए 

कुछ गहरे प्यार का मार्क दो 


दांत गड़ा दो कहीं-कहीं पर 

कुछ इश्क निशानी डार्क दो 


सील लगा दो मोहब्बत का 

अपने सेक्स का ट्रेडमार्क दो 

जो शादी के पहले चुदी नहीं



दुनिया में एक भी पुदी नहीं 

जो शादी के पहले चुदी नहीं 


बांध बनाकर रोक नहीं सकते 

सेक्स है जनाब कोई नदी नहीं 


दो-चार अपवाद को छोड़ दो 

जो वासना आग में कूदी नहीं 


खो जाता है सेक्स में सुध-बुध 

कौन जो पहुंचा बेखुदी नहीं 

पैसों ने बिगाड़ा सेक्स लाइफ



कि सेक्स भी कटते जाता है 

पहुँचते-पहुँचते टैक्स लाइफ 


तन भी बिगड़ा मन भी बिगड़ा 

पैसों ने बिगाड़ा सेक्स लाइफ 


हम धीरे-धीरे ये भूल जाते हैं 

क्या होता है रिलैक्स लाइफ 


जितना बचा है उसे संवार लो 

जो बीत गया है एक्स लाइफ 

सेक्स लाइफ में पड़ेगा बहुतों से वास्ता



सावधानी बरतना सेक्स सफ़र में बेहद 

सेक्स लाइफ में पड़ेगा बहुतों से वास्ता 


कि सेक्स में जरूरी है सुरक्षित ड्राइव 

कभी चौड़ी सड़क कभी संकरा रास्ता 


दो मिनट में ही मिलेगी कोई मैगी तैयार 

कभी पोहा-जलेबी कभी इडली नाश्ता 


कभी मिल सकता है दम बिरयानी भी 

कभी काम चलाओ कुछ खाकर पास्ता 

अब चलो करेंगे लेटकर बात



अब बोर हो गए करते-करते 

बहुत कर लिए बैठकर बात


पास के किसी ओयो रूम में 

अब चलो करेंगे लेटकर बात


ऐसा चलता प्यार है आजकल 

सेक्स करेंगे समेटकर बात 


पहुंचना सेक्स के मुद्दे पर है 

जितना भी करें लपेटकर बात

बुधवार, 4 दिसंबर 2024

जब गोली दोगे दो खुराक़ भी



मुंह फुल जाए पत्नी का जब 

फुलाना पड़ेगा तब सुराख़ भी 


निखर उठेगा उतरा मुंह फिर 

जब गोली दोगे दो खुराक़ भी 


बस सेक्स इंजेक्शन काफी है 

चुम्मी चटा दो चार फांक भी 


कफ़न ढँक लेगा कई कलह 

यौन रस घोलो एक छटांक भी 

मन के मेल का सारा खेल



तन के मेल का खेल नहीं ये 

सेक्स मन का प्यारा खेल 


तन मिल जाए और बेहतर 

मन के मेल का सारा खेल 


मन से मिलता तन का सुख 

तन से मन का न्यारा खेल 


दो तन-मन जब एक हो जाए 

जीवन सफल तुम्हारा खेल 

उसने आज कह दिया ओयो चल



कल ही तो मिले थे लव गार्डन में 

उसने आज कह दिया ओयो चल 


और झट से मान गई लड़की भी 

द्रुतगति से बढ़ रहा लव आजकल 


पलक झपकते प्यार हो रहा अब

और ब्रेकअप हो रहा दूसरे ही पल 


ये यौन दमन का दूरगामी परिणाम 

अब खोजो समस्या का कोई हल 

बिछड़ गई फिर प्यारी नीता



माँ के दूध पर बचपन बीता 

बीवी बूब्स पर जवानी रीता 


गाय दूध पर बुढ़ापा गुजारो 

टीवी पर सुनो भागवत गीता 


स्कूली दिनों में प्रेम कहानी 

आँख लड़ गई संग सुनीता 


कॉलेज में चला लंबा अफेयर 

बिछड़ गई फिर प्यारी नीता 

पलंग तोड़ता कोई और



इश्क अलग सेक्स अलग

ये आया कैसा दौर 


ध्यान देना इस बात पर 

या करना बाद में गौर 


मन में मोहब्बत गैर से 

है अलग सेक्स का ठौर 


दिल तोड़ता कोई और है 

पलंग तोड़ता कोई और 

बूब्स को घूरके देखते ही



खड़ा हो जाता है लंड लंडू 

बूब्स को घूरके देखते ही 


उठ जाता है सीना तानकर 

एकदम से उसके झुकते ही 


घुस जाता है झट से भीतर 

योनि में जरा-सा घिसते ही 


क्रिकेट जैसे सेक्स पिच पर 

खेल ख़तम पानी गिरते ही 

दोबारा कैसे खड़ा करना है



हर आदमी ये कह रहा है 

मुझे तो कुछ बड़ा करना है 


हाथ में घड़ी लेकर बैठे हैं 

ख्वाहिश है घड़ा करना है 


मैं चिंतित हूँ बिस्तर पर कि 

दोबारा कैसे खड़ा करना है 


ढीला हो गया है पेनिस मेरा 

फिर से इसे कड़ा करना है 

लौड़ा लगने से पहले



सचेत हो जाओ प्रेम चोट में 

थोड़ा लगने से पहले 


हाथ खींच लो प्रेम आग में 

फोड़ा लगने से पहले 


बेवफ़ाई और जुदाई का 

हथौड़ा लगने से पहले 


लूट लो प्रेम में सेक्स मजा 

लौड़ा लगने से पहले 



योनि शास्त्र के पालन से



सुख-संतुष्टि मिलेगा भरपूर 

योनि शास्त्र के पालन से 


ख़त्म होगा जीवन उबासी 

सेक्स मुख प्रक्षालन से 


जीवन में रस बना रहेगा 

संतुलित सेक्स संचालन से 


निसर्ग निरंतर चलायमान है 

मैथुनमय परिचालन से 

शारीरिक विज्ञान का



निभाना होगा नियम हमें 

नैसर्गिक विधान का 


करना होगा पालन हमें 

योनि संविधान का 


सीखना पड़ेगा भाषा हमें

शारीरिक विज्ञान का 


खजुराहो में है दिव्यरूप 

मैथुनमय इंसान का

मंगलवार, 3 दिसंबर 2024

पैसा ही चाहिए मेरे यार को भी

 


पैसों के लिए ही प्यार का ढोंग 

पैसा ही चाहिए मेरे यार को भी 


प्यार के बदले अब प्यार कहाँ 

पैसों से ही प्यार है प्यार को भी 


इस पैसे में वो दुस्साहस है कि 

हिला सकता है आधार को भी 


प्यार ने अब नीचे झुका रखा है 

पैसों के शुद्ध व्यापार को भी 

लिंग कोबरा के बारे में

 


कि तुम बहुत जानते हो 

किंग कोबरा के बारे में 


मगर तुम क्या जानते हो 

लिंग कोबरा के बारे में 


कुछ पता है नाईट वाला 

फायरिंग कोबरा के बारे में 


रात इबारत लिखने वाला 

राइटिंग कोबरा के बारे में 

सफ़ेद जंग की मस्त धुलाई का

 


संकरे रास्ते पर हादसे का डर 

चौड़े रास्ते पर मजा ठुकाई का 


लिंग हथियार का जिम्मा संभालो 

सफ़ेद जंग की मस्त धुलाई का 


संतुष्टि का शगुन देना ही पड़ेगा 

लिंग उठाकर योनि दिखाई का 


कैसे ठुकराओगे खुला आमंत्रण 

रस्म निभाना ही पड़ेगा चुदाई का

कुछ मजा भी ले लो चुदाई का

यह सारांश मौजूद नहीं है. कृपया पोस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें .

मगर जीवन में बिना कपड़ों के ही

 


कपड़ों पर केवल दिखावा के लिए 

बहुत ज्यादा पैसे फूंकता है आदमी 


मगर जीवन में बिना कपड़ों के ही 

सबसे ज्यादा मजा लूटता है आदमी 


कि सबसे शक्तिशाली चुंबक है सेक्स 

सेक्स के नाम पर ही जुड़ता है आदमी 


हो जाता है सेक्स पर जीवन न्योछावर

आखिर में सेक्स पर ही टूटता है आदमी 

क्या कामातुर है अधर्मी

 


ऑफिस में ही निपट लो

जब साथ दे सहकर्मी 


सोलह आने सच बताओ 

क्या कामातुर है अधर्मी 


काम भी तो पुरुषार्थ है

नहीं कहलाओगे विधर्मी


जीवन में जरूरी यौन रस

क्यों कहलाओगे कुकर्मी 

निर्वस्त्र होते ही मोहब्बत भी

 


उतार लेता है तन से कपड़ा 

हद से ज्यादा गर्मी


और कच्छा भी उतार लेता है 

प्यार की सरगर्मी 


निर्वस्त्र होते ही मोहब्बत भी 

उतार फेंकता है बेशर्मी


सख्त हो जाता है तनकर लिंग 

कितना भी बरतो नर्मी 

यूँ निकल जाता है सारा रस

 


कि गन्ना जितना भी मोटा हो 

यूँ निकल जाता है सारा रस 


योनि मशीन के बीच आते ही 

पिचकारी दुधिया धारा रस 


रिसने लगता है यौन क्रिया में 

दोनों का लसलसा न्यारा रस 


समुद्री जल के वाष्पीकरण से 

नमक बन जाता है खारा रस 

जिस्म फंसाता कोई और है

 


उसका नाम भले ही पायल है 

मगर बजाता कोई और है 


उसका नाम भले ही सजनी है 

लेकिन सजाता कोई और है 


कोई उलझा सतरंगी बातों में 

और रंग जमाता कोई और है 


बूब्स लगता है हाथ किसी के 

जिस्म फंसाता कोई और है 

कुछ गीला करने में थूक प्रयोग

 


हम करते ख़ूब हैं थूक इस्तेमाल 

कुछ ढीला करने में थूक प्रयोग 


और अक्सर रात को याद आता है 

कुछ गीला करने में थूक प्रयोग 


कि पैसे गिनते हैं यूँ थूक लगाकर 

कुछ ढीला करने में थूक प्रयोग 


थूक से ही पलटते हैं पुस्तक पन्ने 

कुछ गीला करने में थूक प्रयोग 

सोमवार, 2 दिसंबर 2024

शिया नहीं मानते सुन्नी को

 


मजहब के भीतर बंटवारा 

शिया नहीं मानते सुन्नी को 


संबंध बना रहे शीला संग 

मनाकर लाना है मुन्नी को 


घुन की तरह खा जाती है

कुछ गुप्त भावना घुन्नी को 


आदर रहे हर अंतःवस्त्र का 

मत भूलो बहिर्वस्त्र चुन्नी को 

यादगार बना लो वो जल क्रीड़ा

 


काम क्रीड़ा है सतत प्रक्रिया 

करते ही रहते हो थल क्रीड़ा 


रेगिस्तान में भी रोमांचक यात्रा 

कभी तो करो मरुस्थल क्रीड़ा 


करो प्रकृति के नाम कोई टूर 

झरने में लिख दो जंगल क्रीड़ा 


या झील में झेलो स्विमिंग करते 

यादगार बना लो वो जल क्रीड़ा 

ऊह्ह-आह्ह के चीखते राउंड पर

 


पहला राउंड सिर्फ फॉर्मेलिटी है 

थक मत जाना दूसरे राउंड पर 


बस एक ही शॉट और ले सको तो 

असली मजा है तीसरे राउंड पर 


कि चरम आनंद है चौथी पारी में 

ऊह्ह-आह्ह के चीखते राउंड पर 


जिस्म से रूह तक बात भी पहुंचे 

राउंड पे राउंड लिखते राउंड पर 

बिस्तर में एक पास है लव

 


बिस्तर में एक पास है लव 

और चार की आस है लव 


ये धीरे-धीरे समझ आ गया 

क्यों इतना कि ख़ास है लव 


कि हौले-हौले जान गया मैं 

आखिर क्यों झकास है लव 


कि सेक्स की तलाश है लव 

कि सेक्स का लिबास है लव 

ख़त्म करना है मेंटल ब्लॉक

 


इतना मानसिक रोड़ा क्यों 

तोड़ना है दिमाग का लॉक


सेक्स को लेकर ऐसा टैबू

सेक्स शब्द से लगता शॉक


कि असली परीक्षा से पहले 

कारगर होता है टेस्ट मॉक


सेक्स सहज स्वीकार करो 

ख़त्म करना है मेंटल ब्लॉक

रोटी कपड़ा मकान की तरह

 


जीवन का आधार है सेक्स 

रोटी कपड़ा मकान की तरह 


सेक्स का जन्म विकास-मृत्यु 

हुबहू किसी संतान की तरह 


सेक्स के लिए शादी का तंत्र 

हमने रचा है दुकान की तरह 


इंसानियत घटकर रह गया है 

दस फीसदी इंसान की तरह 

गहराई में उतरो दार्शनिक आयाम

 


कि सेक्स में पूर्ण संतुष्टि के बाद ही 

बेहतर समझोगे आंतरिक आयाम 


भग नहीं भोगे, जीवन से भागे तो 

अटके ही रहोगे मानसिक आयाम 


चरम भी पहुंचोगे, परम भी मिलेगा 

माध्यम बनाओ शारीरिक आयाम 


कहीं से भी शुरू करो पहुंचोगे वहीं 

गहराई में उतरो दार्शनिक आयाम 

सेक्स को दे दो शादी का शक्ल

 


काम के लिए होगा काम आसान 

सेक्स को दे दो शादी का शक्ल 


नए तरीके का कुछ ईजाद गुलामी 

दिखता है भले आज़ादी का शक्ल 


शब्दों को रख दो बड़े तरतीब से 

दिखने लगेगा शायरी का शक्ल 


बीवी-बच्चे, रिश्ते-नाते, उम्र ख़त्म 

क्या इतना ही है जिंदगी का शक्ल 

नीचे गिरना भी पड़ेगा ऊंचाई के लिए

 


कि तैयार रखो ट्रैक्टर जुताई के लिए

जाना पड़ेगा बारिश में बुआई के लिए 


उसे मिल जाएगा तुझसे कोई बेहतर 

मोहब्बत में तैयार रहो जुदाई के लिए 


सैकड़ों मशक्कतें मकाम पर पहुँचने 

नीचे गिरना भी पड़ेगा ऊंचाई के लिए 


कि कोई भी काम अचानक नहीं होता 

मई-जून में तैयारी करो जुलाई के लिए 

अस्तित्व का आधार है वीर्य

 


शुक्राणु से है मानव वजूद  

अस्तित्व का आधार है वीर्य


प्रयोगशाला में नहीं बनता ये 

निसर्ग का उपकार है वीर्य 


अपने आप में ही मनुष्य का 

एक संपूर्ण आकार है वीर्य 


इससे ही नवसृजन होता है 

मानव का रचनाकार है वीर्य