मंगलवार, 3 दिसंबर 2024

जिस्म फंसाता कोई और है

 


उसका नाम भले ही पायल है 

मगर बजाता कोई और है 


उसका नाम भले ही सजनी है 

लेकिन सजाता कोई और है 


कोई उलझा सतरंगी बातों में 

और रंग जमाता कोई और है 


बूब्स लगता है हाथ किसी के 

जिस्म फंसाता कोई और है 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें