जीवन का आधार है सेक्स
रोटी कपड़ा मकान की तरह
सेक्स का जन्म विकास-मृत्यु
हुबहू किसी संतान की तरह
सेक्स के लिए शादी का तंत्र
हमने रचा है दुकान की तरह
इंसानियत घटकर रह गया है
दस फीसदी इंसान की तरह
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