इश्क अलग सेक्स अलग
ये आया कैसा दौर
ध्यान देना इस बात पर
या करना बाद में गौर
मन में मोहब्बत गैर से
है अलग सेक्स का ठौर
दिल तोड़ता कोई और है
पलंग तोड़ता कोई और
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