ठंड के समय भी फेंक दिया था
उस होटल में मैंने कम्बल को
वो मंदिर का किस्सा याद तुम्हें
कोई ले गया था चप्पल को
ये बात तो पक्का याद होगा
मैंने काटा था जो निप्पल को
कभी तो कुछ याद करती हो
या भूल ही गई इस पागल को
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