हम कहाँ उठेंगे कहाँ बैठेंगे
सेक्स जानता है एक-एक नस
बंदर नाच नचाता यही है
जिंदगी को करता कद्दूकस
सौ बातों में सेक्स वजह है
तुम किस बात पे असमंजस
इसी ने उलझाया पूरा जीवन
गिर जाओगे खाकर गश
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