ये सेक्स ऐसी चीज है कि
कभी तीज है कभी तेरस
कभी छलकेगा सेक्स कलश
कभी तरसोगे केवल दरश
मिन्नत करते रहोगे केवल
बीत जाएंगे कई बरस
कभी कहोगे करो तरस
रहम करो अब हो गया बस
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