गुरुवार, 21 नवंबर 2024

और रहेगा सेक्स युग प्रलय

 


सेक्स प्रेम से अलग है क्या 

कहो सेक्स का क्या आशय 


धरती की शुरुआत से सेक्स

और रहेगा सेक्स युग प्रलय 


निसर्ग में ही सेक्स घुला है 

पानी में जैसे शक्कर विलय 


रहेगा युग-युगांतर तक ये 

सेक्स अक्षुण्ण और अक्षय 

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