रविवार, 24 नवंबर 2024

जब ढंकोगी नहीं मिठाइयां

 


जब ढंकोगी नहीं मिठाइयां 

भिनभिनाएंगी ही मक्खियाँ 


दोष देती हो मेरी नजरों को 

कहती हो- गंदी तेरी अँखियाँ 


सुधार दोतरफा होना चाहिए 

क्या केवल मुझमें है कमियां 


स्वीकार करें हम दोनों कुछ

या खुला करें सब पाबंदियां 

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