भूला नहीं नंबर उसका
पंद्रह साल बाद भी
यादगार तारीखों में
आ जाती है याद भी
उसी ने आबाद की
और उसी ने बर्बाद भी
आजीवन गुलाम बनाकर
किया मुझे आजाद भी
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