बरसों से कुचलने का असर है
फन उठा रहा है आजकल सेक्स
बेतहाशा बढ़ रही दुष्कर्म घटनाएँ
कहीं हो न जाए कि पागल सेक्स
दमन का ही दुष्परिणाम है आखिर
धीरे-धीरे हुआ है घायल सेक्स
गतिमान रहेगा हाल-बदहाल में
रोक नहीं सकते मुसलसल सेक्स
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