तेरी गहराई से ज्यादा गहरा क्या है
तेरी ऊंचाई से ज्यादा ऊँचा क्या है
तेरे जिस्म ने दी है तसल्ली मुझे
तुम्हें जिस्म लिखूं इसमें बुरा क्या है
तेरे जिस्म ने मिलाया रूह से मुझे
तुम्हें रूह लिखूं इसमें नया क्या है
आँख मूंदते ही जिस्म नजर आता है
तुम ही बताओ मुझे हुआ क्या है
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