शुक्रवार, 1 नवंबर 2024

छप्पन इंच का सीना फुलाकर

 


हम रह जाएंगे सर झुकाकर 

आप चल देंगे झोला उठाकर


हिन्दू-मुस्लिम अनंत लड़ाई 

मुर्गे की तरह हमें लड़ाकर 


धर्म अर्थ में खप गया शासन

काम मोक्ष भी करो बढ़ाकर  


जहाँ मर्जी फिर चले जाना  

छप्पन इंच का सीना फुलाकर

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