नर और मादा दोनों ही
यूँ बह रहे हैं बहाव में
सेक्स संतुष्टि के लिए ही
परस्त्रीगमन स्वभाव में
स्त्री भी चिपटी है उधर
परपुरुष है अंतर्भाव में
काम यात्रा में दूसरा यात्री
पहला बैठा है बस नाव में
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