शुक्रवार, 1 नवंबर 2024

सम भोगेगे तभी संभोग है

 


सोना है जागरण के साथ 

न रहे केवल वहशीपन 


चित्त मिले तो चूत काम का 

वरना चुतियापा जीवन 


भग भोग में योग जरूरी 

मन भोगे तो भोगो तन 


सम भोगेगे तभी संभोग है

नहीं तो सेक्स कोरा कथन

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