बच्चों के लिए लाखों बाप ने
लंपट औरत को भी झेला
लाल गुलाब जब खून की प्यासी
घर ले आओ सफ़ेद बेला
निकम्मा पति तो ढूँढ ले औरत
कोई मर्द नया नवेला
औरत भी क्यों तन्हा काटे
चलने दो चक्कर का खेला
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