यौन दमन जारी है जाने कब से
ताकत से लगे हैं रोकने के लिए
हर रास्ते कुछ कौवे मिल जाएंगे
काँव-काँव करके टोकने के लिए
कभी-कभार की बात तो ठीक है
लंड नहीं बना सिर्फ घोंटने के लिए
रखे रूमाल का क्या इतना ही काम
बस वीर्य गिराकर पोंछने के लिए
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