चित्रकार जब रंग भरता है
थाम लेता है कूची को
मैं भी तो रस रंग भरने ही
थाम लेता हूँ चूची को
सेज पर कैसे साज सजाना
जानता हूँ तेरी रूचि को
ख्वाहिश की फेहरिस्त लंबी है
साथ रखता हूँ सूची को
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