रविवार, 16 सितंबर 2018

जब घुटन के भीतर कोई सपना पलेगा...

आपके पूंछ में आग नहीं लगी तो लंका कैसे जलेगा
केवल उछल-कूद से बिल्कुल काम नहीं चलेगा

जागना है तो जागो अभी सूर्योदय है
जागने का क्या मतलब जब सूरज ढलेगा

हस्र यही होगा वह मर जाएगा अंदर ही
जब घुटन के भीतर कोई सपना पलेगा

मूंद लोगे आंखें तो बड़ा होता जाएगा
सामना करने से ही मुसीबत टलेगा

पत्ते-पत्ते सिंचोगे तो पौधे मर जाएगा
जड़ को दो खाद-पानी वह खूब फलेगा

- कंचन ज्वाला कुंदन

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