मैंने चढ़ते समय ऊंचाई नहीं देखा
अब गिरते समय गहराई क्या देखूं
देख लिया जितना देखना था तेरा हुस्न
बेवफाई के बाद अब तेरी परछाई क्या देखूं
- कंचन ज्वाला कुंदन
अब गिरते समय गहराई क्या देखूं
देख लिया जितना देखना था तेरा हुस्न
बेवफाई के बाद अब तेरी परछाई क्या देखूं
- कंचन ज्वाला कुंदन
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