आज के जो युवा
देश बदलना चाहते हैं
समाज बदलना चाहते हैं
Facebook में
WhatsApp में
उनसे गुजारिश है मेरी
पहले वे अपना
मोबाइल से उखड़ रहे
कीपैड को बदल लें
खराब हो चुके
बैटरी को बदल लें
पुराने हो चुके
जूते को बदल लें
टूट रहे
बेल्ट को बदल लें
कलाई में बंद पड़ी
घड़ी को बदल लें
पूरे 75 रुपए वाली
चश्मे को बदल लें
संडे मार्केट से खरीदा हुआ
टोपी को बदल लें
साथियों...
केवल सोशल मीडिया में
देश और समाज बदलने से पहले
आप अपनी गधे जैसी जिंदगी को बदल लें
मेरे ख्याल से
यही अच्छा होगा...
यही बेहतर होगा...
-कंचन ज्वाला कुंदन
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