बच्चों को लुभाने वाली जिंदगी झुनझुना नहीं
अभी आपने क्या कहा मैंने कुछ सुना नहीं
किसलिए आखिर तुमने मंजिल अब तक चुना नहीं
जीने का जल्दी से कोई मकसद तलाशो
बच्चों को लुभाने वाली जिंदगी झुनझुना नहीं
तुम तय करो तुरंत ही लक्ष्य जिंदगी का
ये तमुरे की तार का तुनतुना नहीं
ग्राफ बनाओ तुम्हें कहाँ तक चढ़ना है
अफ़सोस है कि क्यों तुमने सपने कुछ बुना नहीं
उड़ते रहो 'कुंदन' अभी आना न जमीं पे
जब तक की आसमाँ को हाथ से छूना नहीं
- कंचन ज्वाला 'कुंदन'
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