बड़ा ही ताज्जुब एहसास लगता है
कभी-कभी हास-परिहास लगता है
कभी-कभी हास-परिहास लगता है
जो पास है उससे फ़ासला बहुत है
कोई दूर रहकर भी पास लगता है
कोई दूर रहकर भी पास लगता है
सैकड़ों मील दूरियों के बावजूद भी
उससे करीबी का आभास लगता है
उससे करीबी का आभास लगता है
मन में पाल लो मुगालता कोई भी
फिर तो बेकार भी खास लगता है
फिर तो बेकार भी खास लगता है
अरे तू भी हो गया दीवाना कुंदन
तेरा भी जीवन सत्यानाश लगता है
तेरा भी जीवन सत्यानाश लगता है
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