ये हफ्तेभर का प्यार नहीं
ये हफ्तेभर का व्यापार है
इस हफ्तेभर में
क्या-क्या बिका
समान कितना बिका
जरा बिजनेस के गणित का भी
गुणा-भाग लगा लो
चॉकलेट और टेडी बियर
गुलाबों की बिक्री का भी
पूरा हिसाब लगा लो
मेरे बेरोजगार साथियों
तुम्हें गुलाब और गुलाबो
इतना ही पसंद है तो
इस साल गुलाब देने के बजाय
गुलाब की दुकान सजा लो
यदि तुमने
व्रत-पर्व
तीज-त्यौहार
खुशी के मौके
गमगीन माहौल
भारतीय दर्शन
पाश्चात्य सभ्यता
सबका बिजनेस मॉडल
सीख लिए न
तब तुम्हारे चाहने पर
कई गुलाबो तुम्हारे कदमों में होगी
अभी अपने आप से
बस इतना ही पूछो
अपने हाथ में ये गुलाब लेकर
तुम क्यों भटक रहे हो...?
- कंचन ज्वाला कुंदन
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