शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016

मुकद्दर के सिर्फ इशारे होते हैं


  • अनजाने रिश्ते भी प्यारे होते हैं
  • जितने नए उतने  न्यारे होते हैं

  • जिन्हें छूटना था छूट जाता है 
  • तुम्हें मिला जो तुम्हारे होते हैं

  • जो चाहते हैं पाते नहीं , जो मांगते हैं मिलता नहीं 
  • किस्मत  भी अजीब हमारे होते हैं

  • कहाँ से कहाँ पहुँच जाते हैं लोग 
  • वक्त के कैसे नज़ारे होते हैं 

  • तुम हर पल तैयार रहो 'कुंदन' 
  • मुकद्दर के सिर्फ इशारे होते हैं 

  • - कंचन ज्वाला 'कुंदन' 

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