सोमवार, 2 मार्च 2020

तल्खी तो देखो कि दिए हुए गुलाब मांग ली, जिसमें छुपाके रखा था वो किताब मांग ली...

तल्खी तो देखो कि दिए हुए गुलाब मांग ली
जिसमें छुपाके रखा था वो किताब मांग ली

मैं कई-कई रात जागा उसके लिए खामखां
उसने आज 20 मिनट का हिसाब मांग ली

बोली- चैट में बर्बाद हुआ है मेरा 20 मिनट
जबरदस्त ढिठाई से मुझसे जवाब मांग ली

मैंने कहा- माफ़ करना गलती हो गई मुझसे
इसके बावजूद कमबख्त ने ख़्वाब मांग ली

मैंने कहा- मेरी हसीन सपने आये सो जाओ
बस इतना ही कहा था कि महताब मांग ली

मेरे सितारे गर्दिश पर थे चाँद क्या लाक़े देता
ज़ख्म पे नमक छिड़कने को अज़ाब मांग ली

- कंचन ज्वाला कुंदन

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