यूँ तरस से न देख मुझे बेचारा नहीं हूं
तंज न मार किस्मत का मारा नहीं हूं
हार को बदल दूंगा जीत में ये जिद है
जरा-सा टूटा जरूर हूं पर हारा नहीं हूं
मुगालता न पाल कि निगल लेगा मुझे
तेरा निवाला नहीं हूं तेरा चारा नहीं हूं
मैं मीठा नहीं ये तेरे जीभ का खोट है
मुझे पक्के से पता है मैं खारा नहीं हूं
- कंचन ज्वाला कुंदन
तंज न मार किस्मत का मारा नहीं हूं
हार को बदल दूंगा जीत में ये जिद है
जरा-सा टूटा जरूर हूं पर हारा नहीं हूं
मुगालता न पाल कि निगल लेगा मुझे
तेरा निवाला नहीं हूं तेरा चारा नहीं हूं
मैं मीठा नहीं ये तेरे जीभ का खोट है
मुझे पक्के से पता है मैं खारा नहीं हूं
- कंचन ज्वाला कुंदन
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