दरिद्रता है दिमाग में
और अमीरी है ख्वाब में
नहीं मिलेगी कामयाबी कभी
डूब चाहो चाहे नदी में
कूद जाओ चाहे आग में
मुझे बस इतना ही कहना था
तुम्हारे सवाल के जवाब में
जो दिमाग में हो वो ख्वाब में हो
जो ख्वाब में हो वो दिमाग में हो
तभी मिलेगी सफलता
मैंने यही पढ़ा है साथियों
दर्जनों किताब में
मुझे बस इतना ही कहना था
तुम्हारे सवाल के जवाब में
-कंचन ज्वाला कुंदन
और अमीरी है ख्वाब में
डूब चाहो चाहे नदी में
कूद जाओ चाहे आग में
मुझे बस इतना ही कहना था
तुम्हारे सवाल के जवाब में
जो दिमाग में हो वो ख्वाब में हो
जो ख्वाब में हो वो दिमाग में हो
तभी मिलेगी सफलता
मैंने यही पढ़ा है साथियों
दर्जनों किताब में
मुझे बस इतना ही कहना था
तुम्हारे सवाल के जवाब में
-कंचन ज्वाला कुंदन
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