बिस्तर छोड़ते ही साथियों टहलने जाना है
सुबह-सुबह की सैर से सेहत बनाना है
तुम गांठ बांध लो एक बात बहुत अच्छे से
मॉर्निंग में मोबाइल बिल्कुल हाथ नहीं लगाना है
तन-मन-धन-जीवन चार भाग में बांटकर
चौबीस घंटे के चार पल भी व्यर्थ नहीं गवाना है
जरूर जिएं उसे जो जीवन का हिस्सा है
ये याद रखना लक्ष्य पर गंभीरता दिखाना है
ढुलमुल रवैये से तो काम नहीं चलेगा
अगर तुम्हें ऊँचे शिखर तक जाना है
-कंचन ज्वाला कुंदन
सुबह-सुबह की सैर से सेहत बनाना है
तुम गांठ बांध लो एक बात बहुत अच्छे से
मॉर्निंग में मोबाइल बिल्कुल हाथ नहीं लगाना है
तन-मन-धन-जीवन चार भाग में बांटकर
चौबीस घंटे के चार पल भी व्यर्थ नहीं गवाना है
जरूर जिएं उसे जो जीवन का हिस्सा है
ये याद रखना लक्ष्य पर गंभीरता दिखाना है
ढुलमुल रवैये से तो काम नहीं चलेगा
अगर तुम्हें ऊँचे शिखर तक जाना है
-कंचन ज्वाला कुंदन