रायपुर। हिन्दुस्तान में पहली बार ऐसा हो रहा है जहां न्यायालय द्वारा फैसला देने के बाद उसके ऊपर पुलिस FIR दर्ज कर रही है। एक दिन पहले ही हाईकोर्ट ने जाति स्थान प्रमाण पत्र मामले में हाईकोर्ट ने अमित के पक्ष में फैसला दिया है। अगर किसी को इस फैसले से आपत्ति है तो उन्हें इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जाना चाहिए। यहां तो उल्टा नीचे जाकर पुलिस में मामल दर्ज हो रहा है।
उक्त बातें जेसीसीजे सुप्रीमों अजीत जोगी ने आज प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। पूर्व मुख्मंत्री और जेसीसीजे प्रमुख जोगी ने अंतागढ़ टेप मामले में कहा, यह मंतुराम ने अपना फैसला खुद लिया है और इस मामले में हमारी मंतूराम से कभी कोई चर्चा नही हुई है। न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए गौरेला मामले पर कहा, इस फैसले से अगर दिक्कत थी तो सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए था न कि थाना।
जब मंतूराम पवार ने खुद कहा है कि किसी के दबाव में यह फैसला नही लिया है तो क्यों इसे इतना बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा भूपेश बघेल जांच करा रहे है दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। मेरी सलाह है कि सरकार को अब विकास की तरफ ध्यान देना चाहिए। जांच वगैरह तो चलती रहेंगी।
8 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र पर उन्होंने कहा, सत्र में सभी विषयों पर चर्चा होगी। हमने अपनी तरफ से प्रश्न दाखिल कर दिए हैं। बता दें कांग्रेस प्रवक्ता किरणमयी नायक ने अंतागढ़ टेप मामले में 5 लोगों अजीत जोगी, अमित जोगी, डॉ. पुनीत गुप्ता, मंतूराम पवार और राजेश मूणत के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है।
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