मत बनाओ एकतरफा राय, आर-पार देख लो
मैं तो कहता हूं अच्छे से, इस बार देख लो
वाह! क्या खूबसूरत है, लोकतंत्र हमारा
है ही नहीं सुधार की, दरकार देख लो
रत्ती भर भी आपको, शिकायत नहीं होगा
फुर्सत हो तो अपनी, यह सरकार देख लो
सब मुस्तैद हैं, अपने-अपने विभागों पर
नहीं मिलेगी लापरवाही, दस बार देख लो
हर दिन मिलेगी कुंदन, खुशहाली की खबरें
कोई-सा भी उठाओ, अखबार देख लो
- कंचन ज्वाला कुंदन
मैं तो कहता हूं अच्छे से, इस बार देख लो
वाह! क्या खूबसूरत है, लोकतंत्र हमारा
है ही नहीं सुधार की, दरकार देख लो
रत्ती भर भी आपको, शिकायत नहीं होगा
फुर्सत हो तो अपनी, यह सरकार देख लो
सब मुस्तैद हैं, अपने-अपने विभागों पर
नहीं मिलेगी लापरवाही, दस बार देख लो
हर दिन मिलेगी कुंदन, खुशहाली की खबरें
कोई-सा भी उठाओ, अखबार देख लो
- कंचन ज्वाला कुंदन
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें